कसक
कोई कसक ना रहे जिन्दगीं में
ऐ दिल तू सारे जतन कर ले।
मिले अर्श या फर्श हो नसीब
कोशिश तू इक मुक्मल कर ले।
जर्रे को पाने की जद्दोजहद् में
लगन से तू पूरा सफर करले।
जो होगा पूरा समर्पण तेरा
मिलेगा ये पूरा तुझे आसमां
समंदर की लहरो से जो तू डर गया
सीपी से मोती पायेगा कैसे।
नतीजा हो कोई न घबरा तू बन्दे
कोशिश ज़ुनूनी तू इक कर ले
कोई कसक ना रहे जिंन्दगीं में।
Behad khubsurat 🤗🤗🤗🤗
जवाब देंहटाएंNice lines
जवाब देंहटाएंMost inspiring line
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर व अप्रतिम सृजन
जवाब देंहटाएंनीरजा तुम्हें बहुत ही लाजवाब काव्य लिखने के लिए मेरी तरफ से असीम हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं